कहते हैं "पूत के पाँव पालने में ही नजर आते हैं"जो कि technikon'10 के पहले ही दिन नजर आया. कल सुबह जब सूरज की किरणे धीरे-धीरे अपनी छटा बिखेर रही थीं tech fest की तैयारियां समापन की ओर और इसके शुरुआत का जोश और उमंग अपनी किरणे बिखेरने को आतुर हो रहा था.Tech fest की शुरुआत मुख्य अतिथि शहर के सांसद श्रीप्रकाश जायसवाल(कोयला एवं राज्य मंत्री भारत सरकार) के दीप प्रज्वलन के साथ हुई. हालाँकि समयाभाव के कारण वे इस fest में ज्यादा देर तक शामिल नही रहे लेकिन अपने संक्षिप्त संबोधन सन्देश में प्रतिभागियों और कॉलेज के उज्जवल भविष्य के लिये ढेर सारी शुभकामनाएं दे गये.
सुबह tech quize,paper presentation और debate ने कार्यक्रम में जो रंग भरा उसे शाम में होने वाले मेलोड़ीका और फिर स्वर संगम ने आनंद और उमंग के चरम तक पहुंचा दिया. Quize में समसामयिक और तकनिकी Questions का अच्छा समन्वय नजर आया वहीँ दूसरी तरफ paper presentation के दौरान भविष्य में आने वाली नई तकनीकियों के बारे में जानकर ऐसा लगा जैसे किसी कल्पना लोक में पहुँच गये हों. इसके अलावा debate,programeniya,panorma,ad-mad,blind art,aalikhya,speedster और brain storming जैसे इवेंट्स ने पुरे दिन अच्छा खासा हुजूम मचाये रखा लेकिन शाम में होने वाले मेलोड़ीका और स्वर संगम का नजारा तो कुछ और ही था. इसमे शामिल प्रतिभागियों ने उपस्थित लोगों का भरपूर मनोरंजन किया और अपने गानों पर झूम उठने को मजबूर कर दिया. सच कहूँ तो लगभग ११:४५ तक चले पहले दिन के इवेंट्स अपनी सार्थकता साबित करते हुए Technikon'१० को एक जबरदस्त और आकर्षक शुरुआत दे गये. आने वाले दिनों में क्या कुछ होता है इसकी जानकारी कार्यक्रम के समापन के बाद.
धन्यवाद"
(फोटोग्राफ्स अभी पोस्ट नही कर पा रहा हूँ,सभी फोटोग्राफ्स अगली पोस्ट में एक साथ प्रकाशित करूँगा)
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