Sunday, August 15, 2010

शुभकामनायें: पर अतुल्य भारत के सपने का क्या होगा?

http://im.in.com/media/blish/m/photos/2009/Aug/15_august_5_11770_420x315090814011604_515x343.jpg
http://festivalsofindia.in/independenceday/img/independence-day.gifआज सबसे पहले समस्त भारतवासियों को ६4वे स्वतंत्रता दिवस की ढ़ेर सारी शुभकामनायें. न ज्यादा कुछ कहने को है और न ही ज्यादा कुछ समझाने को.मेरी समझ से  इस इंटरनेट के मायानगरी से जुड़े हुए सभी लोग देश की वस्तुस्थिति से पूर्णतया वाकिफ हैं. लम्बी लाफ्फेबाजियों से बचते हुए आप सब से यही कहना चाहूँगा की अतुल्य भारत का जो सपना हमने देखा है,वो किसी व्यक्ति विशेष  के कार्यों से साकार नहीं किया जा सकता. इसके लिये प्रत्येक भारतीय को अपने स्तर से योगदान करना होगा,कथनी और करनी के अंतर को मिटाना होगा. मेरी चाहत है कि "सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा ", वाक्य अपने वास्तविक अर्थों को प्राप्त कर सके. अंततः आप सब से अनुरोध है कि अपनी जिम्मेदारियों को इमानदारी पूर्वक निभाते हुए देश के सर्वांगीण  विकास  के लिये काम करते रहें ताकि अपना अतुल्य भारत का सपना साकार हो सके अन्यथा ये सपना बस सपना बनकर ही रह जायेगा.

धन्यवाद"

5 comments:

संजय भास्‍कर said...

स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आपका हार्दिक अभिनन्दन एवं शुभकामनाएँ.

संजय भास्‍कर said...

"सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा "

Udan Tashtari said...

स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आप एवं आपके परिवार का हार्दिक अभिनन्दन एवं शुभकामनाएँ.

सादर

समीर लाल

sarvesh said...

vichar yahi hona chahiye sabhi logoka parantu aapne bharat ki dor jo sambhale hai vahi vichar heen hai to barat ka kaise vikash hoga.......!
Lekin bharat ek yesa syaym me gates vala hai ki pure vishya ke kone kone se awaj aati hai´´´´´
ŚARE JAHAN SE ACHHA
HINDUSTAN HAMARA...........!

sarvesh said...
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