कल शाम जब २०१० अपने लाव लस्कर के साथ विदा होने को तैयार था नया वर्ष २०११ कुछ नया लिए दस्तक देने की तैयारी में लगा था. आज सुबह हुआ भी कुछ ऐसा ही, सुबह सामान्य से कुछ अलग लगी. इसने संजो रखे थे कुछ नया,कुछ अलग जो की बहुत अलग था कल से. एक तरफ २०१० कुछ पुरे तो कुछ अधूरे सपनों के साथ विदा हुआ तो दूसरी तरफ एक नए वर्ष के रूप में २०११ एक बार फिर से एक नए जोश, नए उमंग और नए उत्साह का संचार कर कुछ नया कर गुजरने की सोच के साथ उपस्थित हुआ.
अबतक बधाइयों का माहौल थोड़ा गर्म था
कविता अभी तक शांत थी कवि अभी तक मौन था
अब जब सब कुछ शांत है बधाइयाँ प्रेषित कर रहा हूँ
न प्रत्यक्ष तो शब्दों से ही खुशियों की झोली भर रहा हूँ
(परीक्षाओं के बीच दो दिन के गैप ने आज एक पोस्ट लिखने का मौका दे दिया. परीक्षाएँ ख़त्म हों तो पोस्ट में कुछ नया जोड़ने का प्रयास करूँगा तबतक के लिए बस इतना ही)
धन्यवाद"
3 comments:
नये साल और परीक्षा में सफलता के लिए हार्दिक शुभकामनाएँ।
Happy New year buddy
btw in which year and branch are you in KIT?
Visit my place @ http://arvrocks.blogspot.com
It will be an honor to get some comments from you.
waiting compleate blog...........
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